भोपाल. ग्वालियर जिले की सबसे बड़ी विधानसभा ग्वालियर पूर्व सीट कभी बीजेपी के सबसे मजबूत किले के रूप में जानी जाती थी, लेकिन 2018 से इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. दिलचस्प बात यह भी है कि ग्वालियर चंबल अंचल से आने वाले बीजेपी के 2 दिग्गज नेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों ही इस विधानसभा के वोटर हैं.
1977 से अस्तित्व में आई ग्वालियर पूर्व सीट
साल 1977 से अस्तित्व में आई ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट पर अब तक कुल 11 बार चुनाव हो चुके हैं. खास बात तो यह है कि इस सीट पर कुल 6 बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है, जबकि 4 बार कांग्रेस को चुना गया है. एक बार जनता पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है. वर्तमान में यहां 2020 में बीजेपी से छोड़कर कांग्रेस में आए डॉ सतीश सिकरवार विधायक हैं. सिकरवार ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए सिंधिया समर्थक नेता मुन्नालाल गोयल को उपचुनाव में हराया था. इस प्रकार दल बदल के फेर में यह सीट कांग्रेस के पास रही.
सतीश सिकरवार को मिले थे 49% वोट
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े डॉ सतीश सिकरवार को 49% से ज्यादा वोट मिले, जबकि विधायकी से इस्तीफा देने वाले मुन्नालाल गोयल को 44% वोट मिले. सिकरवार ने यह चुनाव 8,555 मतों से जीता था. तीसरे नंबर पर बसपा के महेश बघेल रहे थे. वर्तमान समय में कांग्रेस की तरफ से एक बार फिर सतीश सिकरवार को ही मैदान में उतारा जा सकता है. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा एक बार फिर सिंधिया समर्थक गोयल पर दांव लगाएगी या किसी अन्य प्रत्याशी को मौका दिया जाएगा.
ग्वालियर पूर्व का राजनीतिक इतिहास
तो चलिए अब बात करते है, ग्वालियर पूर्व के राजनीतिक इतिहास की. परिसीमन के बाद 2008 में भाजपा के अनूप मिश्रा ने कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल को हराया था. 2013 में भाजपा की माया सिंह ने फिर से चुनावी मैदान में उतरे मुन्नालाल गोयल को हराया था. 2018 में कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल ने BJP के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे सतीश सिकरवार को हराया था. 2020 के उपचुनाव में कांग्रेस से चुनाव मैदान में उतरे सतीश सिकरवार ने BJP के हो चुके मुन्नालाल गोयल को हराया.
जानिए जातिगत समीकरण
आपको याद हो कि यह विधानसभा 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. इससे पहले इस विधानसभा को मुरार विधानसभा के नाम से जाना जाता था. ग्वालियर पूर्व विधानसभा में कुल मतदाता 3 लाख 26 हजार 26 है. जिसमें पुरुष 1 लाख 73 हजार 690, महिला 1 लाख 52 हजार 320 और थर्ड जेंडर 16 है. जेंडर रेशों 877 है. ग्वालियर पूर्व के जातीय समीकरण की बात की जाए तो शहरी क्षेत्र होने की वजह से लगभग सभी जातियों के वोटर्स देखने को मिल जाएंगे, लेकिन ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय, गुर्जर, बघेल, कुशवाह, आदिवासी, सिंधी और मुस्लिम महत्वपूर्ण वोटर हैं.