भोपाल. मध्य प्रदेश में दो दिनों से तेज बारिश का सिलसिला थम गया है। लोगों को कुछ राहत मिली है, हालांकि इस बीच मौसम विभाग ने फिर तेज बारिश का अनुमान जताया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 21 से 23 सितंबर तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम गड़बड़ हो सकता है। प्रदेश में एक बार फिर जोरदार बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है.
बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवर्ती मौसम प्रणाली एक्टिव हुई है। इस कारण पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के पास उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यही मौसम प्रणाली मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश करवा सकती है। 22 और 23 सितंबर के दौरान मध्य प्रदेश के कुछ शहरों में जबरदस्त बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, रीवा, चंबल, और ग्वालियर संभाग के जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है।
बारिश अभी भी सामान्य से कम
मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से 19 सितंबर तक प्रदेश में कुल 914 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन बारिश सिर्फ 904.8 मिमी ही हो पाई। यह बारिश सामान्य की तुलना में 1 फीसदी कम है। पिछले दिनों मौसम विभाग ने अनुमान जताया था कि एक-दो दिन में सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बारिश की गतिविधि एकदम से थम जाने के कारण सामान्य बारिश का कोटा पूरा नहीं हो पाया। राजधानी की लाइफ लाइन बड़ी झील भी अब तक पूरी तरह भर नहीं पाई है। वहीं भोपाल में इस बार औसत से 20 प्रतिशत कम बारिश होने से चिंता बढ़ गई है।
मंगलवार को इन जिलों में हुई बारिश
आपको बता दें कि मंगलवार सुबह 8:30 बजे से शाम के 5:30 बजे तक सिर्फ तीन जिलों में ही बारिश रिकॉर्ड हुई. खंडवा में सबसे अधिक 41 मिलीमीटर पानी गिरा. इसके अलावा जबलपुर और खजुराहो में भी बारिश हुई।
प्रदेश में बढ़ा तापमान
वहीं बात करें तापमान की तो बारिश की गतिविधि थमने के कारण एक बार फिर सूरज की तपिश बढ़ गई है। दिन भर में मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया। ग्वालियर में 34.7, इंदौर में 30, भोपाल में 32.8, जबलपुर में 34 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार को प्रदेश के सभी स्थानों में बारिश का अनुमान जताया है। हालांकि कहीं भी तेज बारिश की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। कुछ जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने का अनुमान जताया गया है। इन जिलों में सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, खरगोन, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, बालाघाट, दमोह, सिवनी और कटनी जिले शामिल हैं।