भोपाल. मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश का सिलसिला लगातार जारी है. खरगोन-खंडवा समेत कई जिलों में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. खंडवा जिले में पिछले 24 घंटों में 122 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. वहीं खरगोन जिले में 82 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. खरगोन में जाम गेट पर पहाड़ दरक गया. नर्मदा नदी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है.
नर्मदा ने तोड़ा 2013 का रिकॉर्ड
वहीं भारी बारिश के कारण महेश्वर में उफनती नर्मदा नदी ने 2013 का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बारिश का पानी अष्ट पहलू की सीढ़ियों को डुबोते हुए किला परिसर में घुस गया है. नर्मदा का पानी अहिलेश्वर मंदिर तक पहुंच गया और भगवान काशी विश्वनाथ के गर्भगृह में भी पानी भर गया. अगर लगातार इस तरह बारिश होती रही तो 1961 की बाढ़ का रिकॉर्ड टूट सकता है.
खरगोन जिले का जनजीवन प्रभावित
पिछले 24 घंटे से लगातार तेज हवा के साथ हो रही बारिश की वजह से खरगोन जिले का जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है. भारी बारिश के कारण मंडलेश्वर-इंदौर मार्ग पर स्थित जाम गेट के पास पहाड़ दरक गया. मलवा गिरने से मंडलेश्वर इंदौर मार्ग बंद हो गया. कसरावद के कुशवाह मोहल्ले में मकान ढहने से घर पर रखी दो बाइक मलबे में दब गईं. घर के लोग दूसरे कमरे में थे इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई.
नर्मदा ने दिखाया रौद्र रूप
वहीं ओंकारेश्वर में बांध का पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा अपना रौद्र रूप दिखाने लगी है. जब हालात ज्यादा बिगड़ने लगे तो लोगों के घरो में पानी घुसने लगा. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने लोगों को निचली बस्तियों में घर खाली करने को आगाह किया. ओंकारेश्वर डैम के 23 से ज्यादा गेट खोले गए है, जिससे बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है.