भोपाल. मध्यप्रदेश में राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है, कोई ये बयानबाजी भरे मंचों से कर रहा है तो कोई इसके लिए ट्विटर का सहारा ले रहा है. एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि हम सिंधिया को सम्मान देते थे और महाराज कहते थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें भाई साहब बना दिया है. इसके एक दिन बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जन आक्रोश यात्रा के पोस्टर को ट्वीट करते हुए तंज कसा है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया ट्वीट
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “जन आक्रोश तो राज्य में है ही नहीं, लेकिन कांग्रेस का आपसी-आक्रोश खुलकर सामने आ गया है. पार्टी के ही नेताओं ने दो बार के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को चुनावी परिदृश्य से गायब कर शून्य के स्थान पर पहुंचा दिया. यह कोई बड़ी बात नहीं. झूठ, लूट और अब फूट की कांग्रेस में ‘यूज एंड थ्रो’ के तहत नेताओं को इस्तेमाल करने की पुरानी संस्कृति है.
पोस्टर से दिग्विजय सिंह की फोटो गायब
दरअसल मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी जन आक्रोश रैली निकाल रही है. जो कि 19 सितंबर से पूरे प्रदेश भर में निकाली जाएगी. जो लगभग 11 हजार किलोमीटर का सफर तय करेगी जिसमें प्रदेश के 230 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा. इसी यात्रा की जानकारी देने के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता रखी गई थी. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और रणदीप सुरजेवाला मौजूद थे. इसमें सभी लोग तब हैरानी में पड़ गए, जब जन आक्रोश यात्रा के पोस्टर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की फोटो गायब मिली. बस फिर क्या तभी से कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं. लेकिन इसको लेकर कांग्रेस की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है.
सिंधिया-दिग्विजय के बीच छिड़ी जंग
आपको बता दें कि पिछले एक सप्ताह से भी ज्यादा से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच जुबानी जंग जारी है. सिंधिया को लेकर दिग्विजय काफी नरम दिल नजर आते हैं. तभी तो कल उन्होंने अशोकनगर में दिये बयान के दौरान कहा कि “ वे खुद भी चुनाव हार चुके हैं लेकिन असली योद्धा वही है जो रण के मैदान में हारने के बाद फिर युद्ध की तैयारी में जुट जाए. लेकिन सिंधिया ने उन्हीं लोगों से हाथ मिला लिया, जिन्होंने उन्हें परास्त किया था. आखिर दिग्विजय यह भी बोलने से नहीं चूके कि सिंधिया परिवार को इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका और राहुल गांधी महाराज बोलकर संबोधित करते थे लेकिन बीजेपी ने उन्हें ‘भाई साहब’ बना दिया.