Thursday, November 21, 2024

MP Politics: पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया की इस अपील से सियासी गलियारों में चर्चाएं हुई शुरू

भोपाल. मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछने लगी है. भले ही अभी निर्वाचन आयोग की तरफ से कुछ भी अपडेट न मिला हो, न ही भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है, लेकिन पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने जनता से रिकॉर्ड वोटों से जिताने की अपील कर दी. महेंद्र सिसोदिया सिधिंया खेमे से आते हैं. इस समय सिधिंया खेमे के कई पूर्व विधायकों के टिकट को लेकर संशय बना हुआ है. इसी बीच महेंद्र सिसोदिया की अपील ने कहीं न कहीं सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू कर दी हैं.

महेंद्र सिसोदिया ने जनता से की अपील

दरअसल मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर मंच से खुद को जिताने के लिए आदिवासियों को संकल्प दिलाया. मंत्री ने कहा कि “उपचुनाव में उन्हें 53 हजार के मार्जिन से जिताया था इस बार रिकॉर्ड तोड़ना है और अधिक वोटों से जिताना है. मैं दोबारा आपकी सेवा में रहूंगा.

सिंधिया खानदान को दिया श्रेय

बता दें कि बमोरी विधानसभा क्षेत्र के केदारनाथ में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन किया गया था. पंचायत मंत्री ने बमोरी में विकास का श्रेय सिंधिया खानदान को दिया. महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि “जब भी प्रकोप आया तब सिंधिया घराने ने आदिवासियों का खुलकर साथ दिया. हम कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ,भाजपा में मान सम्मान मिला. कांग्रेस ने 70 वर्षों तक आदिवासियों का शोषण किया है. कांग्रेस ने आदिवासियों को विकास और सुख सुविधाओं के नाम पर केवल अंडा दिया है.

पशुपालन मंत्री ने भी की जनता से अपील

वहीं पंचायत मंत्री के साथ मंच पर पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल भी मौजूद थे. प्रेम सिंह पटेल ने आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि संजू भैया को जिताना आपकी जिम्मेदारी है. संजू भैया को चुनाव जिताकर विधायक बनाना है और भोपाल भेजकर मंत्री भी बनाना है. पंचायत मंत्री ने मंच से घोषणा करते हुए कहा कि जल्द ही आदिवासियों के लिए 10 हजार प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कराए जाएंगे. कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ के साथ मिलकर पॉलिसी बना ली है. मंच पर मौजूद पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में बिजली को तरस जाते थे. आदिवासियों को चांदी के जेवर गिरवी रखने पड़ते थे. लेकिन बीजेपी के शासन में आदिवासियों को सम्मान मिला. आज देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी एक आदिवासी महिला को बनाया गया है.

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