भोपाल. अगस्त का पहला सप्ताह मध्यप्रदेश में बारिश के लिहाज से ठीक रहा। पूर्वी के साथ पश्चिमी हिस्से में भी बादल जमकर बरसे। नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर समेत पूर्वी हिस्से के ज्यादातर जिलों में 3-4 दिन से कहीं अति भारी तो कहीं भारी बारिश हुई, लेकिन पिछले दो दिन से तेज बारिश का दौर थम गया है। ऐसा ही मौसम पूरे सप्ताह बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है.
मौसम वैज्ञानिक ने दी जानकारी
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में अभी नया सिस्टम एक्टिव नहीं है। इस कारण तेज बारिश नहीं हो रही है। बूंदाबांदी होती रहेगी। नया सिस्टम एक्टिव होने के बाद ही प्रदेश में फिर से तेज बारिश शुरू होगी। वहीं मध्यप्रदेश में बारिश की एक्टिविटी में कमी आई है। उज्जैन और धार में बूंदाबांदी हुई। भोपाल में बादल छाए रहें। इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत प्रदेश के कई शहरों में ऐसा ही मौसम बना रहा। कहीं भी तेज बारिश नहीं हुई।
प्रदेश में हुई 9 प्रतिशत अधिक बारिश
पिछले दो दिन से बारिश का दौर थमने से प्रदेश में ओवरऑल बारिश का आंकड़ा घट गया है। सोमवार तक ओवरऑल 9 प्रतिशत बारिश ज्यादा हुई थी। यह आंकड़ा मंगलवार को 6 प्रतिशत तक पहुंच गया। बुधवार को आंकड़े में और कमी आ सकती है। पूर्वी मध्यप्रदेश में 9 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में 4 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। प्रदेश में अब तक 21.80 इंच बारिश होना चाहिए, जबकि 22.91 इंच बारिश हो चुकी है।
इन जिलों में हुई अधिक बारिश
देश में सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में हुई है। यहां अब तक हुई बारिश का आंकड़ा 35 इंच से ज्यादा है। सिवनी-मंडला में 32 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इंदौर, जबलपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, सागर, शहडोल, नर्मदापुरम और रायसेन की बात करें तो यहां 28 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। वहीं बालाघाट, कटनी, निवाड़ी, पन्ना, उमरिया, बैतूल, भिंड, देवास, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में बारिश का आंकड़ा 24 इंच के पार पहुंच गया है।
अगले 24 घंटे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने कहा कि मानसूनी सिस्टम के एक्टिव नहीं होने से अगले 24 घंटे में कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी जरूर हो सकती है।