भोपाल. मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाले को लेकर सियासत गरमाई हुई है। सोमवार को कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए पांच प्रश्न पूछे। साथ ही कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर भर्ती परीक्षा की नए सिरे से जांच कराएंगे.
कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने किए प्रश्न
कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं एवं विद्यार्थियों के भविष्य के लिए काल बन चुकी भारतीय जनता पार्टी युवाओं को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। व्यापमं घोटाले की हैट्रिक लगाते हुए व्यापमं-3 घोटाला, जो कि पटवारी भर्ती परीक्षा के माध्यम से सामने आया है, इसमें भाजपा के नेताओं ने कितने करोड़ का खेल किया है यह भाजपा को बताना चाहिए. पीसी शर्मा ने शिवराज सरकार से प्रश्न किया कि परीक्षा की जांच के लिए एक सदस्यीय जांच आयोग बनाया गया। क्या यह सच है कि अभी तक आयोग को जांच के लिए दफ्तर नहीं दिया गया। क्या भाजपा सरकार ने उनको व्यापमं कार्यालय जाकर जांच करने के निर्देश दिए हैं। क्या भाजपा जांच आयोग की आड़ में गड़बड़ी करने वालों को बचा कर उनकी गिरफ्तारियां टालने की कोशिश में लगी हुई है। सरकार बताए कि अब तक कितनी गिरफ्तारियां इस मामले में की गई? लाखों बच्चों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए भर्ती पर रोक लगाई गई तो किन भाजपा नेताओं का इसके पीछे हाथ है? जांच आयोग की ओर से अब तक क्या कोई प्राथमिक रिपोर्ट जारी की गई है। यदि नहीं तो कब तक यह रिपोर्ट जारी की जाएगी। शर्मा ने कहा कि 9000 पटवारियों की भर्ती में भारतीय जनता पार्टी ने कितने करोड़ का खेल किया है तथा प्रति पटवारी कितने लाख की बोली लगाई गई है इस बात का जवाब भाजपा और उसके नेता दें?
ये है पूरा मामला
बता दें कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित पटवारी परीक्षा में भाजपा नेता के कॉलेज से टॉप 10 में से 7 टॉपर चुने जाने का मामला सामने आया था। इसके बाद पटवारी परीक्षा में दिव्यांग और वन विभाग की परीक्षा में कई सवाल उठे। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भर्ती प्रक्रिया रोकते हुए मामले में एक सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है। आयोग को अगस्त अंत तक जांच कर सरकार को रिपोर्ट देने को कहा गया है