भोपाल. मध्य प्रदेश की जीवन रेखा मानी जाने वाली नर्मदा नदी के सहारे अब कांग्रेस अपनी नैया पार लगाने की कोशिश कर रही है. प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ‘नर्मदा सेवा सेना’ बनाने का ऐलान कर दिया है. सोमवार से इसके लिए सदस्यता अभियान शुरू हो रहा है. मां नर्मदा की आरती के साथ ही कांग्रेस इस अभियान को शुरू करेगी.
इन चीजों को रोकेगा अभियान
जानकारी के अनुसार नर्मदा किनारे कस्बों और गांवों में रहले वाला कोई भी व्यक्ति इस अभियान में शामिल हो सकता है. यह अभियान अवैध उत्खनन को रोकने, पौधरोपण, पेड़ों की कटाई, नर्मदा में आ रहे नालों का पानी रोकने और नर्मदा की स्वच्छता को लेकर शुरू हो रहा है. नर्मदा के महत्व के वर्णन के लिए डिजिटल माध्यमों का उपयोग होगा. कांग्रेस इसके लिए स्थानीय इकाइयों का गठन करेगी. कवियों, लेखकों और चिंतकों को इस अभियान से जोड़ने के साथ जन संगठनों से सहायता ली जाएगी.
कमलनाथ ने सीएम शिवराज को घेरा
इसे लेकर कमलनाथ का कहना है कि जहां-जहां से नर्मदा गुजरती है उन 28 जगहों पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने नर्मदा को लेकर शिवराज सिंह पर भी निशाना साधाते हुए कहा था कि सरकार मां नर्मदा में अवैध खनन को रोकने में नाकाम रही है. अगर वो इस सेना का हिस्सा बनाना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. उनका कहना है कि ये सेना पूर्ण रूप से गैर राजनीतिक है तो कोई भी इसमें शामिल हो सकता है.
ये करेगी कांग्रेस
वहीं अभियान के प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता ने एक दिन पहले बताया कि लगातार अभियान चलाकर नर्मदा तटों पर सफाई करेंगे, अलग-अलग जगहों पर पानी की गुणवत्ता चेक करेंगे. पानी दूषित मिला तो सरकार को लिखकर सुधार के लिए दबाव डालेंगे. नर्मदा जल में औद्योगिक अपशिष्ट मिल रहा होगा तो सरकार को लिखकर सुधार करवाएंगे. तटों पर प्लांटेशन व बर्बाद हो चुकीं 21 सहायक नदियों के सुधार के लिए काम करेंगे.