भोपाल. मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पथरिया में बसपा विधायक रामबाई सिंह और नगर पंचायत अध्यक्ष के बीच विवाद के बीच विधायक और तीन पार्षदों पर आपराधिक मामला दर्ज होने से राजनीतिक पारा बढ़ गया है. नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए बसपा, कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों ने बंद और प्रदर्शन किया. रामबाई सिंह ने नगर पंचायत पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और मुकदमे वापस लेने की मांग की. उन्होंने 15 दिनों के भीतर मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
क्या है मामला?
दरअसल, दमोह जिले के पथरिया में बसपा विधायक रामबाई सिंह और नगर पंचायत अध्यक्ष के बीच हुए विवाद के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में बसपा विधायक और तीन पार्षदों पर दर्ज हुए आपराधिक मामले के बाद अब नाराजगी बढ़ती जा रही है. बुधवार को बसपा के साथ कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों ने पथरिया बन्द का आह्वान किया और सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया. इन प्रदर्शनों में नगर पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर जमकर नारेबाजी की गई.
रामबाई सिंह ने दी चेतावनी
बता दें कि खुद बसपा विधायक रामबाई सिंह सड़कों पर उतरीं और अपने विधानसभा क्षेत्र की नगर पंचायत में चल रहे पैसों के खेल की कलई उन्होंने खोली. बड़ी संख्या में मौजूद लोगों के बीच रामबाई ने नगर पंचायत पर गंभीर आरोप लगाए. एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया. जिसमें भ्रष्टाचार की जांच के साथ ही बीते दिनों विधायक और पार्षदों पर दर्ज हुए मामले को वापस लेने की मांग की गई है. बसपा विधायक ने चेतावनी भी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर उन पर दर्ज मुकदमा वापस नहीं लिया गया तो जिला मुख्यालय पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.