भोपाल. सीधी पेशाब कांड में एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की गई है. इस याचिका में सीधी पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला पर एनएसए की कार्रवाई को चुनौती दी गई है. यह याचिका प्रवेश शुक्ला की पत्नी कंचन शुक्ला ने दायर की है. उन्होंने इस याचिका के माध्यम से कहा है कि इस प्रकरण को राजनीतिक तूल देते हुए उनके पति को एनएसए के तहत जेल भिजवाया गया है.
1 अगस्त को होगी अगली सुनवाई
जानकारी के अनुसार सोमवार को मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ व न्यायमूर्ति विशाल मिश्रा की युगलपीठ ने याचिका पर प्रारंभिक सुनवाई करते हुए शासकीय अधिवक्ता को इस सिलसिले में राज्य शासन से निर्देश हासिल कर अवगत कराने की जिम्मेदारी सौंप दी है. इस मामले की अगली सुनवाई 1 अगस्त को की जाएगी.
याचिकाकर्ता ने दिया यह तर्क
याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट के समक्ष तर्क दिया गया कि अपराधी का कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. पूरे मामले को राजनीतिक मुद्दे का रूप दिया गया था. जिसके कारण प्रशासन ने आरोपी के खिलाफ NSA की कार्रवाई की है. NSA की कार्रवाई अनुच्छेद-21 का उल्लंघन है. याचिका की सुनवाई के बाद युगलपीठ ने कार्रवाई के संबंध में सरकारी अधिवक्ता को दिशा-निर्देश प्राप्त कर हाईकोर्ट को अवगत करवाने के निर्देश दिए हैं.
कंचन शुक्ला- विपक्ष ने कहानी बनाई
आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब करने का वीडियो चार जुलाई को वायरल होने के बाद शुक्ला को अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया था. कंचन शुक्ला की याचिका में कहा गया है कि प्रवेश शुक्ला एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ता हैं. विपक्ष ने उनके खिलाफ माहौल तैयार किया और कहानी बनाई है. उन्होंने यह भी दलील दी है कि उनके पति ने अतीत में कुछ छोटे-मोटे अपराधों को छोड़कर कोई गंभीर अपराध नहीं किया है.