भोपाल. मध्य प्रदेश में इन दिनों बादल जमकर बरस रहे हैं। रविवार को भी कई जिलों में भारी बारिश दर्ज हुई। राजधानी भोपाल में देर रात तक तेज बारिश हुई। बालाघाट, कटनी, टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, जबलपुर, छतरपुर, निवाड़ी, सतना, उमरिया, रीवा, रायसेन, शिवपुरी, अलीराजपुर, भिंड, श्योपुर, गुना, विदिशा, राजगढ़ जिलों के कुछ स्थानों में अति भारी बारिश दर्ज हुई। रविवार सुबह 8.30 बजे से शाम के 5.30 बजे तक नरसिंहपुर में सबसे अधिक 59 मिलीमीटर बारिश हुई। पंचमढ़ी, सीधी, सिवनी, भोपाल, सतना, रायसेन, दमोह, उमरिया, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, सागर, इंदौर, धार, गुना, ग्वालियर, बालाघाट, जबलपुर में भी पानी गिरा।
इन नदियों का बढ़ा जलस्तर
शनिवार-रविवार के दरमियान 24 घंटों में टीकमगढ़ में सर्वाधिक 106 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। लगातार हो रही बारिश की वजह से कई जिलों में नदियां उफान पर आ गई हैं। नर्मदा, ताप्ती, बेतवा, शिप्रा, शिवना, बीना, वैनगंगा जैसी कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है.
बांधों के खोले गए गेट
बैतूल के सारणी में बने बांध के पांच गेट खोले गए हैं। वहीं, टीकमगढ़ में धसान नदी पर बना बान सुजारा बांध के गेट भी खोले गए हैं। भोपाल के निकट रायसेन जिले में बने पर्यटक स्थल महादेव पानी में भी अचानक पानी बढ़ने से कई पर्यटक फंस गए। यहां एक पर्यटक के पानी में बहने की भी खबर है। इधर, देवास जिले में जामनेर नदी पर बने स्टॉप डैम में एक शव की खोजबीन करने पानी में उतरे नेमावर थाने में पदस्थ टीआई राजाराम वास्कले की डूबने से मौत हो गई। राजधानी भोपाल में देर रात तक भारी पानी गिरने के कारण कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। मौसम वैज्ञानिक आर के शाहा ने बताया कि 1 जून के बाद अब तक प्रदेश में सामान्य से 13 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है.
आज इन जिलों में बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश का अनुमान जताया है। एक दर्जन से अधिक जिलों में अति भारी तो कहीं भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। सिवनी, मंडला, बालाघाट, बैतूल, शिवपुरी, श्योपुर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, विदिशा, गुना, रायसेन जिलों में कहीं-कहीं भारी और अति भारी बारिश हो सकती है.