भोपाल. मध्य प्रदेश के सीधी में हुए आदिवासी पेशाब कांड के बाद अक्सर इससे मिली जुली खबरे सामने आ रही है. एक बार फिर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ बार्डर पर स्थित राजनगर थाना क्षेत्र छतरपुर में एक दलित युवक को बंधक बनाकर पीटने का मामला सामने आया है. इसके बाद पीड़ित ने एडीजीपी से इसकी शिकायत की जिसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई है.
राजनगर क्षेत्र का है मामला
पूरा मामला मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बार्डर पर स्थित राजनगर क्षेत्र का है, जहां पर एक दलित युवक को दबंग कबाड़ी के द्वारा शक के आधार पर बंधक बनाकर जंगल में पीटा गया. इसके अलावा उसे नाले में भी रखा गया. अधमरा होने के बाद बेहोशी की हालत में कॉलरी के सुरक्षाकर्मी उसे बिजुरी अस्पताल ले गये, हालत गंभीर होने की वजह से अनूपपुर और फिर मेडिकल कॉलेज शहडोल रेफर कर दिया गया था.
पीड़ित ने न्याय के लिए बढ़ाया कदम
घटना के बाद पीड़ित दलित ने बताया कि उसके ऊपर शक के आधार पर आधा दर्जन दबंगो ने प्रहार किया था. ये वारदात 9 जुलाई को हुई थी, जिसके बाद पीड़ित गंभीर रूप से घायल होने के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर हो गया था जहां पर उसका इलाज चल रहा था. इस दौरान पीड़ित ने छह लोगों के खिलाफ पुलिस से शिकायत भी की थी मगर पुलिस ने कबाड़ औऱ कोयला माफिया को क्लीन चिट दे दी थी. इसके बाद इलाज के दौरान उसे लगातार धमकियां मिलने लगी जिसकी वजह से पीड़ित परेशान हो गया औऱ उसने स्ट्रेचर पर एडीजीपी डी.सी. सागर के कार्यालय पर पहुंच कर अपनी आप बीती सुनाई. एडीजीपी के दखल देने के बाद पुलिस हरकत में आई और पीड़ित ने फिर से अपना बयान दर्ज कराया. इसे लेकर के पुलिस जांच शुरू कर चुकी है अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस इस पर क्या एक्शन लेती है.