भोपाल. विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष शिवराज सरकार को घेरने की जमकर तैयारी कर रहा है. इसी को देखते हुए पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. कांग्रेस महाकाल लोक घोटाला, सतपुड़ा अग्निकांड और आदिवासी अत्याचार के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की तैयारी कर रही है.
कमलनाथ के आवास पर हुई बैठक
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. जिसमें विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर रणनीति तैयार की गई. कमलनाथ ने सभी विधायकों से जनता के मुद्दे पुरजोर ढंग से सदन में उठाने के निर्देश दिए. कमलनाथ ने इस दौरान कांग्रेस विधायकों में जोश भरते हुए कहा कि आगामी चुनावों में सभी विधायक दोबारा जीतकर आएंगे और नई विधानसभा की विधायक दल की बैठक में भी शामिल होंगे.
बीजेपी को इन मुद्दो पर घेरने की तैयारी
कांग्रेस विधायकों की इस बैठक में पीसीसी चीफ कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री एनपी प्रजापति सहित कांग्रेस के विधायक शामिल हुए. बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस विधायक तरुण भनोट ने कहा कि बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि मानसून सत्र में उज्जैन में हुए महाकाल लोक घोटाले, सतपुड़ा भवन में लगी आग और हाल ही में सीधी में आदिवासी युवक के साथ हुए अत्याचार जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा. तरुण भनोट ने कहा कि ‘मध्य प्रदेश की जनता महंगाई बेरोजगारी और कुशासन से त्रस्त है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिर्फ झूठे वादे करते हैं और जनता की आकांक्षाओं पर यह सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है.’ इन सभी मुद्दों पर शिवराज सरकार को घेरा जाएगा. वहीं सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के सवाल पर भनोट ने कहा कि सदन को चलाने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की होती है. उन्होंने कहा कि ‘हम भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे, हम आदिवासी अत्याचार का मुद्दा उठाएंगे, हम प्रदेश के ऊपर चढ़ते जा रहे कर्ज का मुद्दा उठाएंगे, विधानसभा अध्यक्ष यह सुनिश्चित करें कि वह जनता के इन विषयों पर चर्चा करेंगे तो निश्चित तौर पर सदन सुचारू रूप से चलेगा. विधानसभा सत्र में अनुपूरक बजट आने के सवाल पर भनोट ने कहा कि यह बजट जनता के कल्याण के लिए नहीं आ रहा है अनुपूरक बजट इसलिए आ रहा है कि शिवराज सरकार 50 परसेंट एडवांस कमीशन ले सके और भ्रष्टाचार कर सके.