भोपाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से मध्य प्रदेश के भोपाल में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की बात कही है, तब से सियासत में इस मुद्दे की चर्चा काफी तेज हो गई है. हाल ही में ग्वालियर आए किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जब तिरंगा एक है तो एजुकेशन भी एक ही होनी चाहिए. गरीबों को अनाज बाटें और बंटवारा सारी चीजों का समान होना चाहिए. एक आदमी पर एक कमरा नहीं, लेकिन एक आदमी पर 17 कमरे हैं ये सब बराबर होना चाहिए.
जनसंख्या नियंत्रण पर कही यह बात
बिल के समर्थन के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो सारी चीजों को समर्थन कर रहे हैं. शिक्षा क्यों अलग-अलग हो जब एक सिविल कोड लाना चाहते हैं. तो विपक्षी दल विरोध करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि सरकार कोई भी कानून लेकर आए. सभी की आम सहमति से आना चाहिए. उसका नफा-नुकसान क्या है पता लग जाएगा. सबसे पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून देश में लाना चाहिए. आने वाले 50-100 साल में देश की क्या स्थिति होगी. वही टिकैत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ये इस देश को लेबर कॉलोनी बनाना चाहते हैं. सस्ती लेबर यहां पर उपलब्ध होगी. दुनिया भर की इंडस्ट्री यहां पर होगी. पॉल्यूशन हमारा देश झेलेगा. सबसे पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून लेकर आना होगा.
राकेश टिकैत- MSP कानून आना चाहिए
इसके अलावा कुछ फसलों के MSP रेट बढ़ाये जाने के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि, एमएसपी पर अभी भारत सरकार कोई बात नहीं कर रही है. उसने पहले भी कभी एमएसपी पर बात की ही नहीं, क्योकिं ये पार्टी व्यापारियों की पार्टी है. ये बड़े उद्योग धंधों में लिप्त हैं. अपने लोगों की मदद करती है. व्यापारियों की सरकार है. हमारी मांग है कि देश में एमएसपी कानून आना चाहिए. जिन फसलों का रेट बढ़ाया है, उस पर खरीद कौन करेगा? आप उस पर कानून बना दो. जितनी सरकार को खरीद करनी है.