भोपाल. कांग्रेस नेता जीतू पटवारी को एमपी/एमएलए कोर्ट के द्वारा 2009 के मामले में सजा सुनाई गई है. अब इस मुद्दे पर सियासत गरमाना शुरू हो गई है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हैं. भाजपा के एक पूर्व विधायक ने चैलेंज करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी के अंदर नैतिकता बची हो तो तुरंत जीतू पटवारी को बर्खास्त कर दे.
कांग्रेस विधायक बापू सिंह हुए गुस्सा
वहीं कांग्रेस विधायक बापू सिंह ने कहा कि ‘जिस प्रकार निर्णय आया, सजा सुनाई गई कहीं ना कहीं राजनीति से प्रेरित है. मैं न्यायालय का सम्मान करता हूं. कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी की सरकार बौखलाई हुई है. हम किसानों की मांग लेकर गए थे. तभी पार्टी के नेताओं और किसानों पर लाठीचार्ज किया गया. सरकार कि हिटलरशाही चल रही है. इसको हम बर्दाश्त नहीं करेंगे किसानों की लड़ाई लड़ते रहेंगे’विधायक बापू सिंह तंवर ने आगे कहा कि ‘सरकार आवाज दबाने का काम कर रही है. मध्यप्रदेश के पिछले सदन में विधायक जीतू पटवारी ने आवाज उठाई, उसका जवाब मुख्यमंत्री नहीं दे पाए, इसलिए मुख्यमंत्री ने उनकी सदस्यता सदन से समाप्त कर दी. प्रदेश की जनता पर कर्ज़ लादा जा रहा है. आज सदन में पूछते हैं तो जवाब नहीं दे पाते हैं, इसलिए मुकदमे का फैसला कराया गया. जो कि सोची समझी रणनीति के तहत राजनीति से प्रेरित है.
बीजेपी- जीतू पटवारी को बर्खास्त करें
वहीं भाजपा के राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त पूर्व विधायक रघुनंदन शर्मा ने कांग्रेस विधायक बापू सिंह तंवर के आरोपों पर पलटवार किया. रघुनंदन शर्मा का कहना है कि कलेक्ट्रेट में पत्थरबाजी, गुंडागर्दी में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का सिर फूटा, इससे अधिक शर्मनाक बात क्या थी. राजगढ़ कांग्रेस विधायक की बुद्धि पर तरस आता है. न्यायालय के निर्णय पर भी कमेंन्ट करते हैं. राजनीतिक दबाव का निर्णय मानते हैं. कांग्रेस में बिल्कुल भी नैतिकता नहीं बची है, नैतिकता बची हो तो तत्काल जीतू पटवारी को कांग्रेस से बर्खास्त करें.