भोपाल। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मॉनसून ने दस्तक दे दी है. एमपी के कई जिलों में बीते तीन-चार दिनों से झमाझम बारिश का दौर जारी है. कई जिलों में मॉनसून की शुरुआत में ही सड़कें जलमग्न हो गई हैं और लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त होने लगा है. इसके अलावा कई घटनाएं भी सामने आ रही हैं. इस बीच मौसम विभाग ने बुधवार यानी आज प्रदेश के कई जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी कर दिया है.
7 जिलों में जारी ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 7 जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है. इन जिलों में सागर, नरसिंहपुर, बालाघाट, देवास, धार, गुना और रायसेन शामिल हैं, जहां अतिभारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार इन जिलों में 115.6 MM से लेकर 204.4 MM बारिश हो सकती है.
16 जिलों में नॉर्मल बारिश का अलर्ट
वहीं मौसम विभाग ने दमोह, जबलपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, अनूपपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, मंडला, रायसेन, विदिशा, भोपाल, सीहोर, शाजापुर, आगर और राजगढ़ जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में 64.5 MM से 115.6 MM बारिश का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग के अनुसार जिन जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट है, वहां बिजली गिरने की भी संभावना है.
तापमान में आई गिरावट
बात करें तापमान की तो राजधानी भोपाल में बुधवार को 27.2, ग्वालियर में 34.4, इंदौर में 28.7, रतलाम में 32.6, खजुराहो में 35.4, नरसिंहपुर में 35 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ है। अचानक मानसून के एक दिन में ही पूरे प्रदेश में सक्रिय हो जाने के कारण कई जिलों में किसान खरीफ की फसल बोने के इंतजार में है. आमतौर पर मानसून की पहली बारिश के बाद कुछ दिन पानी थम जाता है, इस दौरान किसान अपनी फसल बो लेते हैं, लेकिन इस बार मानसून आने के बाद लगातार बारिश जारी है। ऐसे में कई जिलों में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें भी खींच गई हैं। धान मक्का सोयाबीन सहित कई फसलों को बोने के लिए किसान पानी रुकने का इंतजार कर रहे हैं।