भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत में पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। तीन दिन पहले शुरू हुए इस पोस्टर वार में पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ के पोस्टर लगाए गए। उसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पोस्टर भी लगने शुरू हो गए हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने इसे लेकर कड़ी आपत्ति जताई है।
पार्टियों के बीच पोस्टर वॉर
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. कांग्रेस हो या बीजेपी दोनों एक दूसरे को कटघरे में खड़े करने की पुरजोर कोशिश कर रही है। तीन दिन पहले भोपाल में कांग्रेस कार्यालय के आसपास कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के पोस्टर लगाए गए जिसमें उनको भ्रष्ट बताया गया और पोस्टर में स्कैन करने पर उनके 15 महीने के कार्यकाल के पूरे घोटालों की सूची दी गई। अभी कांग्रेस इसकी शिकायत करने की तैयारी कर ही रही थी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पोस्टर भी जगह-जगह चिपका दिए गए।
डॉक्टर गोविंद सिंह ने जताई नाराजगी
डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि चाहे कांग्रेस के पोस्टर लगे हैं या बीजेपी के, राजनीतिक शुचिता की इजाजत नहीं देती और सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को इस बात का पता लगाना चाहिए कि आखिर पोस्टर किसने लगाए। मुख्यमंत्री को अपनी इंटेलिजेंस के माध्यम से पोस्टर लगाने वालों का पता लगाकर उन पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। हालांकि यह हैरत की बात है कि देश की सर्वश्रेष्ठ स्मार्ट राजधानी होने का दावा करने वाली राजधानी भोपाल में, जहां चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगे होने के दावे किए जाते हैं, आखिरकार यह पोस्टर कब और कैसे चिपक जाते हैं, यह समझ से परे हैं।