भोपाल। 26 जून 1975 की सुबह देश में सुने जाने वाले ऑल इंडिया रेडियो पर जो पहली आवाज़ सुनाई दी वो तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की थी जो उस दिन के ऐलान के साथ आई थी जिसे इतिहास में काला दिवस माना जाता रहा है. इंदिरा गांधी के शब्द थे, ‘राष्ट्रपति ने इमरजेंसी की घोषणा कर दी है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. आज देश में लगी इमरजेंसी को 48 साल पूरे हो गए हैं. आज इस मौके पर शिवराज सरकार ने कांग्रेस पर तंज कसा है.
सीएम शिवराज- डार्क डेज ऑफ इमरजेंसी
पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा 1975 में आज ही के दिन आपातकाल लागू किया गया था। इसे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने डार्क डेज ऑफ इमरजेंसी बताया। उन्होंने लिखा कि भारतीय संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटकर आपातकाल लागू किया गया था
सीएम शिवराज ने किया ट्वीट
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अपने सोशल मीडिया पर आपताकाल को लेकर लिखा कि 1975 में आज ही के दिन भारतीय संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटकर आपातकाल लागू किया गया था। आम नागरिक से लेकर प्रेस की अभिव्यक्ति के अधिकार को कुचला गया, प्रत्येक मुखर आवाज पर ताले जड़ दिये गये, जो इस अन्याय के विरुद्ध डटे रहे, उन्हें काल कोठरी के अंधेरों में ठूंसकर चुप कराने का क्रूरतम प्रयास किया गया.
नरोत्तम मिश्रा ने भी किया ट्वीट
वहीं प्रदेश गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 1975 में आज ही के दिन लोकतंत्र की हत्या कर देश में आपातकाल की घोषणा की गई थी। स्वतंत्र भारत के इतिहास के इस सबसे काले अध्याय के विरोध और लोकतंत्र को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए उठी हर आवाज, हर प्रतिकार को सादर नमन.