भोपाल। बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को प्राणनाथ कहने वाली एमबीबीएस स्टूडेंट शिवरंजनी तिवारी जैसे ही छतरपुर पहुंचीं, उनकी मुश्किलें बढ़ने लगीं. 14 जून की रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. अब गुरुवार यानी आज बद्रीनाथ से आए शंकराचार्य ज्योतिष पीठ के मीडिया प्रभारी डॉक्टर शैलेंद्र योगीराज सरकार ने उनके भगवा वस्त्र पहनने पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इसके बाद शिवरंजनी तिवारी को लेकर चर्चाएं और तेज हो गई हैं.
शैलेंद्र योगीराज ने किए सवाल
डॉक्टर शैलेंद्र योगीराज ने कहा कि भगवा वस्त्र त्याग का प्रतीक है. भगवा वस्त्र पहनकर प्राणनाथ को प्राप्त करने यानी विवाह का संकल्प लेकर चलना सनातन धर्म की हानि है. शिवरंजनी सनातन धर्म को क्षति पहुंचा रही हैं और कहती हैं कि सनातन धर्म का झंडा लिए हुए हैं.
शिवरंजनी 14 जून को पहुंची थीं छतरपुर
बता दें कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अपना ‘प्राणनाथ’ मान चुकी MBBS स्टूडेंट शिवरंजनी तिवारी 14 जून को छतरपुर पहुंची थीं. उत्तर प्रदेश के महोबा जिले और मध्य प्रदेश की सीमा छतरपुर के बॉर्डर पर शिवरंजनी का लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया था.
शिवरंजनी ने प्राणनाथ का बताया था अर्थ
शिवरंजनी 16 जून को बागेश्वर धाम के भोलेनाथ को जल अर्पित करेंगी. फिर मन में प्रण लिए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात के लिए बालाजी के समक्ष विनती करेंगी. बागेश्वर धाम के छतरपुर में प्रवेश करने के दौरान शिवरंजनी तिवारी ने प्राणनाथ शब्द का अर्थ भी बताया था। शिवरंजनी ने कहा था कि “प्राणनाथ का मतलब धीरेंद्र शास्त्री खुद समझते हैं. शादी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका जवाब धीरेंद्र शास्त्री महाराज ही देंगे. मैं तो अपना संकल्प लेकर चली हूं. मुझे उम्मीद है कि मेरी मुराद भी पूरी होगी क्योंकि मेरे साथ भी बालाजी सरकार हैं”.