भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को महाराजा छत्रसाल द्वारा स्थापित छतरपुर के गौरव दिवस और लाड़ली बहना सम्मेलन में बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल की पुण्य स्मृति में छतरपुर में विशाल स्मारक बनाया जाएगा। यह स्मारक महाराजा छत्रसाल के कृतित्व और व्यक्तित्व तथा गौरव गाथा पर आधारित होगा। मुख्यमंत्री ने छतरपुर में नगर पालिका परिषद के स्थान पर नगर निगम के गठन की भी घोषणा की।
कार्यक्रम में ये लोग थे मौजूद
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि काफी लंबे समय से जिस ठेकेदार ने छतरपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू नहीं किया है, उसका टेंडर निरस्त होगा। नया टेंडर आदेश जारी हुआ है। जल्द ही छतरपुर में 300 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। कार्यक्रम में राजस्व और परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत, सांसद विष्णुदत्त शर्मा, विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी, राजेश शुक्ला, राजेश प्रजापति, जिला पंचायत अध्यक्ष विद्या अग्निहोत्री, नगरपालिका अध्यक्ष ज्योति चौरसिया, मुकेश चतुर्वेदी, पूर्वमंत्री ललिता यादव, पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह, पूर्व विधायक उमेश शुक्ला, विजय बहादुर सिंह बुन्देला, पुष्पेन्द्र नाथ पाठक, रेखा यादव, मलखान सिंह, सुरेन्द्र चौरसिया, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अर्चना गुड्डू सिंह, महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय के कुलपति टी.आर. थापक सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। शिवराज ने यह भी कहा कि महाराजा छत्रसाल महान योद्धा और शौर्य के प्रतीक थे। उन्होंने हिन्दू स्वराज को स्थापित किया। ऐसे शूरवीर और महापुरुष से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।
लाड़ली बहना योजना के तहत भरे गए इतने फार्म
मुख्यमंत्री ने कहा कि छतरपुर जिले में लाड़ली बहना योजना के तहत तीन लाख 18 हजार 690 फार्म भरे गये हैं। इनमें से दो लाख 90 हजार की डीबीटी हो गई है। शेष भी डीबीटी से जोड़ने के निर्देश दिए गए है। आठ जून को गांवों में विशेष ग्रामसभा होगी। इसमें लाड़ली बहना योजना की पात्र महिलाओं के नाम बताए जाएंगे। स्वीकृति पत्र घर-घर पहुंचाया जाएगा। नौ जून की शाम बहनें गांव में गीत गाएं क्योंकि उनके खाते में पैसा आने वाला है। 10 जून की शाम पांच बजे गांवों में कार्यक्रम होंगे और शाम छह बजे मैं स्वयं वर्चुअली महिलाओं से चर्चा करूंगा। उसके बाद उनके खातों में पैसा आ जाएगा। प्रत्येक ग्राम और वार्डों में लाड़ली बहना सेना का गठन होगा। छोटे गांव में 11 तथा बड़े गांव में 21 बहनों की सेना बनेगी। आजीविका मिशन के स्व सहायता समूहों की बहनों की आय प्रतिमाह 10 हजार हो, ऐसे प्रयास होंगे।