भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान और मध्य प्रदेश कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के बीच ट्विटर पर युद्ध लगातार जारी है. शुरुआत कांग्रेस के ट्वीट से हुई थी. जिसमें शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह का एक वीडियो ट्वीट किया गया था. उस ट्वीट पर कार्तिकेय ने पलटवार किया था. अब फिर से एमपी कांग्रेस ने उसी मामले में मुख्यमंत्री के बेटे को युवराज कहा तो कार्तिकेय भड़क गए और उन्होंने कमलनाथ के सांसद बेटे नकुलनाथ को निशाने पर ले लिया.
एमपी कांग्रेस ने किया ट्वीट
एमपी कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा कि ‘हे ! युवराज, माता-पिता के प्रति आदर हम सबके मन में है, लेकिन, आपको उन बहन-बेटियों का दर्द क्यों नहीं दिखता, जिनके घर में आपके पिता की दी हुई महंगाई ने कोहराम मचा रखा है. जब आप अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे तब आपके पिता जी की सरकार मंदसौर में किसानों के बच्चों को गोलियों से भून रही थी. आपको उन युवाओं का दर्द क्यों नहीं दिखता जो आपके पिता जी की सरकार में भर्ती के इंतज़ार में ओवरऐज होकर घर बैठ गए. आपको आपके पिताजी के शासनकाल में हुए व्यापमं, ई-टेंडर, कारम डैम, पोषण आहार, पुलिस भर्ती, पेसा समन्वयक भर्ती जैसे हज़ारों घोटालों पर अफ़सोस क्यों नहीं होता? आपके पिताजी लोकतंत्र की हत्या कर कुर्सी पर बैठे हैं. आपको कभी इस बात पर अफ़सोस क्यों नहीं होता? आपके पिताजी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश लगातार बलात्कार में पूरे देश में नंबर वन बन रहा है, आपको अफ़सोस कब होगा? आदिवासियों पर अत्याचार में मध्यप्रदेश पूरे देश में नंबर वन है, ये आपको भी दिखता होगा? इसलिए अमेरिका रिटर्न युवराज से प्रार्थना है कि आप भी नारी सम्मान योजना का जमकर प्रचार प्रसार करें और अधिक से अधिक महिलाओं को इस योजना से जोड़कर उन्हें लाभ दिलाएं और अपने पिताजी के जंगलराज से मध्यप्रदेश को मुक्ति दिलाने के लिए प्रभु हनुमान की नियमित उपासना करें.
कार्तिकेय ने किया पलटवार
इसका जवाब देते हुए शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान ने लिखा कि ”युवराज शब्द आप लोगों के लिए नया नहीं है. आपकी पार्टी में कई युवराज हैं, शहज़ादे हैं. आपको तो कई बार युवराज-युवराज बोलना पड़ता होगा, इसलिए आदतन यहां भी लिख दिया. ख़ैर ये छोड़िये भाजपा की वजह से आपकी पार्टी महिलाओं का सम्मान करने की कोशिश करने लगी. हालांकि, वो आपसे होगा नहीं. आपके DNA में नहीं है. वैसे सुना है कि बड़े भाई नकुलनाथ जब अमेरिका में थे तो देश में सिख नरसंहार हो रहा था?? मेरा समय बर्बाद करने के बजाय चुनाव लड़ने का प्रयास कीजिए. वैसे लगता नहीं, फिर भी उम्मीद करता हूं कि आप राजनीति के लिए मुद्दे खोजेंगे, परिवार नहीं.”
क्यों शुरू हुआ ट्वीटर युद्ध?
दरअसल, सोशल मीडिया पर पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी विवाह वर्षगांठ के अवसर पर एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था. इस वीडियो में शिवराज और साधना नजर आ रहे थे. साधना सिंह रसोई का काम करती हुई दिखीं. पास ही बैठी एक महिलाएं चूल्हे पर रोटी बनाती नजर आईं. कांग्रेस ने इस वीडियो पर कटाक्ष करते हुए कमलनाथ की 500 रुपये में सिलेंडर देने वाली योजना का जिक्र किया. इसी ट्वीट पर कार्तिकेय सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए लिखा था कि ”मेरी मां 32 साल से पिताजी के पीछे उनकी ताकत बनकर खड़ी रहीं. सुख और दुख में उनका संबल बनीं. लेकिन कांग्रेस रिश्तों की पवित्रता और प्रेम को नहीं समझती. वह हर बात में राजनीति देखती है. आखिर करे भी क्यों न. चरित्र शब्द की समझ कांग्रेस के नेताओं को कम है. जनता की सेवा पिताजी के लिए पहला कर्तव्य है. परिवार के लिए उन्हें समय कम ही मिलता है और ऐसे कुछ पल को वह कभी-कभी साझा करते हैं. लेकिन कितनी गिरी है कांग्रेस की सोच कि राजनीतिक फायदे के लिए उसे भी निशाना बना रही है. बजरंगबली मेरे माता-पिता के इन खूबसूरत पलों को बुरी नजर से बचाएं.”