भोपाल। मध्य प्रदेश में मालवा निमाड़ एक ऐसा क्षेत्र है। जो यह तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि मध्य प्रदेश में सत्ता में कौन बैठेगा। जिस वजह से मालवा निमाड़ को किंग मेकर के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि अब राजनीतिक दल कांग्रेस का फोकस मालवा पर है। इसके चलते आज कांग्रेस के पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ धार जिले के दौरे पर जाने वाले हैं।
मालवा निमाड़ में हैं 66 विधानसभा सीटें
आपको बताते चलें कि मध्य प्रदेश की कुल 230 सीटों में से 66 सीटें मालवा निमाड़ में हैं. इसके साथ ही यहां आदिवासी वोट बैंक का प्रतिशत भी ज्यादा है। मालवा निमाड़ की 66 सीटों में से 22 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं।
2013 में बीजेपी ने हासिल की थी 57 सीट
बात करें 2013 के विधानसभा चुनाव की तो बीजेपी ने मालवा निमाड़ की 66 सीटों में से 57 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस सिर्फ 9 सीटों पर सिमट कर रह गई थी। लेकिन 2018 के चुनाव में बीजेपी की तर्ज पर कांग्रेस ने सत्ता की चाबी छिनी और 66 सीटों में से कांग्रेस को 16 सीटों पर जीत मिली।
कांग्रेस को मालवा निमाड़ से काफी उम्मीदें
गौरतलब है कि कांग्रेस ने 2018 में सरकार बनाई थी, लेकिन सिंधिया और उनके समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के कारण 15 महीने के भीतर ही कांग्रेस की सरकार गिर गई, जिस दौरान अब कांग्रेस इस साल पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने की कोशिश कर रही है। इसलिए कांग्रेस के पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ उन जगहों का दौरा कर रहे है, जहां कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। वहीं कांग्रेस को मालवा निमाड़ क्षेत्र से भी काफी उम्मीदें हैं। क्योंकि कांग्रेस ने पिछले साल इस इलाके से बीजेपी को हराकर जीत का परचम लहराया था।