भोपाल। बजरंग दल द्वारा गुरुवार को बल्देवबाग स्थित कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ का मुद्दा ठंडा पड़ने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले को लेकर कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है। रविवार को कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने मौन रहकर प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने टाउन हॉल स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया।
कांग्रेस ने बजरंग दल को बताया था आतंकी संगठन
आपको बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल को आतंकी संगठन बताते हुए उस पर बैन लगाने के लिए कहा गया था। इसके विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने 4 मई को बल्देवबाग स्थित कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की थी। कांग्रेस पार्टी की शिकायत पर पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर प्रकरण दर्ज किया था। फिर पुलिस ने तोड़फोड़ के अपराध में 10 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया था। जिन्हें न्यायालय से जमानत मिल गई है।
रविवार को निकाला मौन जुलूस
इसके बाद से कार्यालय में तोड़फोड़ किए जाने की घटना के विरोध में कांग्रेसियों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। कांग्रेस पार्टी के महासचिव जे पी अग्रवाल और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने रविवार को गोल बाजार से मौन जुलूस निकाला। जुलूस अलग-अलग मार्ग से गुजरते हुए टाउन हॉल में खत्म हुआ। टाउन हॉल में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कांग्रेसियों ने धरना दिया। धरना को संबोधित करते हुए कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। विरोध के क्रम में कांग्रेसियों ने शनिवार को शहर के मुख्य चौराहों में सीएम शिवराज का पुतला भी दहन किया था।
सांसद तन्खा ने क्या कहा?
वहीं सांसद तन्खा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि यह गांधी के सिद्धांत की मौन यात्रा है। एक राष्ट्रीय पार्टी के कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की जाती है और पुलिस मूक दर्शक बनकर देखती है। पुलिस भागने का अवसर देती है। ऐसी गुंडागर्दी व दहशत जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। यह रैली जन आस्था और जन विश्वास की रैली है। अब देखना यह है कि इस विरोध का क्या परिणाम निकलता है.