भोपाल। मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. दरअसल ग्वालियर में एक डेढ़ साल का बच्चा तीन दिन तक अपनी मां-बाप की लाशों के साथ बेहोश पड़ा रहा. बच्चा भूखा प्यासा था. बताया जा रहा है कि पड़ोसियों को बच्चे के रोने की आवाज भी नहीं आई. जब लाश सड़ने लगी तो पड़ोसियों को गंदी बदबू आई. तो उन्होंने दरवाजा खोलने की कोशिश भी की, लेकिन उनसे नहीं खुला। पुलिस ने पहुंचकर घर का दरवाजा खोला तो देखा कि दंपत्ति की लाशें फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। वही कमरे में मासूम भी बेहोश अवस्था में पड़ा हुआ था. पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया.
ग्वालियर शहर की है घटना
बता दें कि घटना ग्वालियर शहर के उपनगर ग्वालियर थाना क्षेत्र के मद्दी बाजार इलाके की है. सोनू उर्फ नूर आलम पेशे से हेयर सैलून का काम करता था. वह पत्नी शबाना और तीन बच्चों के साथ रहता था. ईद के दिन उसके दो बच्चे पास स्थित अपनी दादी जौहरा बाई के घर पर गए हुए थे.
पड़ोसियों को आई थी लाशों के सड़ने की बदबू
मिली जानकारी के अनुसार सोनू, पत्नी शबाना और डेढ़ साल के बच्चे के साथ अपने घर पर ही मौजूद था. मंगलवार की शाम को सोनू के घर से पड़ोसियों को गंदी बदबू आई. लोगों ने सोनू के घर का दरवाजा खोलने का प्रयास किया तो वह खुला नहीं. इसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस और रिश्तेदारों को इस बारे में सूचना दी. जानकारी मिलते ही परिवार वाले और पुलिस मौके पर घटना स्थल पर पहुंच गए. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को दरवाजा खोलने में सफलता मिली। जैसे ही दरवाजा खुला तो देखा कि दंपति के शव फांसी के फंदे से लटके हुए थे. साथ ही डेढ़ साल का बेटा भूखा प्यासा बेहोश पड़ा हुआ था. हालांकि बेटे को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है.