भोपाल। चुनावी साल में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ब्राह्मणों को लेकर बड़ी घोषणा की है. सीएम शिवराज ने भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में कहा है कि अब मंदिरों से लगी जमीनों की नीलामी कलेक्टर नहीं कर पाएंगे. बल्कि इन जमीनों की नीलामी अब मंदिर से जुड़े पुजारी ही कर सकेंगे. लंबे समय से यह मांग की जा रही थी कि मंदिरों में प्रशासन का दखल बंद होना चाहिए और पुजारियों को उनका हक दिया जाना चाहिए. इसके साथ ही सीएम शिवराज ने ब्राह्मण कल्याण बोर्ड बनाने का भी ऐलान किया है.
कथा कार्यक्रम में पहुंचे थे सीएम शिवराज
आपको बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान भोपाल में आयोजित कथा कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे. इसमें कथा व्यास बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री थे. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने बताया कि ‘महाराज जी मैं आपको और आपके जरिए पूरे प्रदेश को बताना चाहता हूं कि अब मंदिर और उससे लगी जमीनों की नीलामी पुजारी कर पाएंगे. अब कलेक्टर के माध्यम से प्रशासन को इस मामले में दखल देने का अधिकार नहीं होगा, बल्कि पुजारियों का ही हक रहेगा कि वह जरूरत के हिसाब से जमीन की नीलामी कर पाएं।
सीएम शिवराज की ब्राह्मण वोट बैंक पर नजर !
ब्राह्मणों के कल्याण के लिए एक संवैधानिक बोर्ड बनाने की घोषणा करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि इससे बोर्ड ब्राह्मणों को दिक्कतों से छुटकारा मिलेगा. चुनावी साल में शिवराज की इस घोषणा को ब्राह्मणों को साधने की रणनीति बताई जा रही है.