भोपाल। पूर्व सीएम कमलनाथ ने रोजगार के मुद्दे पर शिवराज सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यहां के नौजवानों को मंदिर या मस्जिद में जाने से रोजगार की प्राप्ति नहीं होगी। वह व्यवसाय का मौका या अपने लिए काम चाहते हैं। यह तभी संभव होगा, जब प्रदेश में निवेश आएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव सामने आए तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बहनों का मुद्दा उठाने लगे। पूर्व सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को खातेगांव में आम सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही थी।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कसा तंज
पूर्व सीएम कमलनाथ ने नर्मदा मैया के जयकारे से भाषण को शुरू किया था। उन्होंने खातेगांव-नेमावर की भूमि को पवित्र बताते हुए इसे प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि मैं बहुत प्रशन्न हूं कि मैं आज बहुत समय बाद यहां पर आया हूं। आगे कमलनाथ ने कहा कि करीब 5 महीने के उपरांत होने वाले विधानसभा चुनाव में आप केवल किसी पार्टी या उम्मीदवार का फैसला नहीं करेंगे। बल्कि आप खातेगांव, देवास और मध्यप्रदेश के भविष्य का निर्णय करेंगे।
कमलनाथ- कृषि पर निर्भर है प्रदेश की अर्थव्यवस्था
PCC अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अब आपको देखना है कि कैसा भविष्य हमारे मध्यप्रदेश का होना चाहिए। हमारे प्रदेश की अर्थव्यवस्था 70 प्रतिशत कृषि क्षेत्र पर निर्भर है। यदि यहां के किसानों के साथ अन्याय हो रहा हो, उन्हें खाद और बीज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा हो और फसल की उपज का सही मूल्य न मिल रहा हो, तो क्या हमारे कृषि क्षेत्र को मजबूती मिल सकती है।
संविधान को लेकर क्या कहा?
कमलनाथ ने आगे कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने देश के लिए ऐसा संविधान बनाया है, जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। कई देशों ने हमारे संविधान की नकल भी की। लेकिन संविधान अगर गलत हाथों में चला जाए तो क्या स्थिति होगी। 15 साल बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी। कांग्रेस सरकार में नीति और नीयत का परिचय दिया गया था। हमने अपना लक्ष्य बनाया था कि कृषि क्षेत्र में सुधार करेंगे। पहली किस्त में हमने यहां पर 1 लाख 13 हजार किसानों का कर्जा माफ कर दिया था। 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली प्रदान की, साथ ही पेंशन में बढ़ोतरी भी की।