भोपाल। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के महिलाओं को लेकर दिए बयान के मामले में कांग्रेस अब संभवत: कल कोर्ट का रूख कर सकती है। नोटिस भेजने के तीन दिन बाद ही शहर की कांग्रेस महिला अध्यक्ष ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही थी। इसके बाद उन्हें दो दिन का वक्त और दिया गया था. साथ ही सोमवार को कोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। लेकिन अब बुधवार को कोर्ट जाने की बात की जा रही है। इसके पीछे का कारण ड्राफ्टिंग में करेक्शन को बताया गया है।
क्या था पूरा मामला?
बीते कुछ दिनों पहले राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. जिसमे वे कहते हुए नजर आ रहे थे कि आज भी जब मैं घर से बाहर निकलता हूं तो पढ़े-लिखे नौजवानों और बच्चों को घूमते हुए देखता हूं. सच में मेरी ऐसी इच्छा होती है कि गाड़ी से उतरकर इनको चार-पांच धर दूं, ताकि उनका नशा उतर जाए। सच कह रहा हूं, ईश्वर की कसम। हनुमान जयंती पर असत्य नहीं बोलूंगा। लड़कियां भी इतने गंदे कपड़े पहनकर घर से बाहर जाती हैं तो वे बिलकुल शूर्पणखा जैसी लगी हैं. हिन्दू समाज में महिलाओं को देवी कहा जाता हैं। लेकिन इस तरह की हरकतों से उनमें देवी का स्वरूप ही नहीं दिखाई देता है। भगवान ने सुंदर शरीर दिया है तो जरा अच्छा कपड़ा पहनना चाहिए। बच्चों में माता-पिता को अच्छे संस्कार डालने चाहिए। मैं इसे लेकर बहुत चिंतित हूं।’
कांग्रेस कार्यकर्ता 19 अप्रैल को जा सकती है कोर्ट
इस मामले में डागा ने तीन के अलावा दो दिन का ऐक्स्ट्रा समय उन्हें दिया था और सोमवार को मामले में कोर्ट जाने की बात कहीं थी। मगर सोमवार को भी वे कोर्ट नहीं पहुंचे। उन्होंने बताया कि ड्राफ्टिंग में करेक्शन होने की वजह से वे कोर्ट नहीं गए है। करेक्शन करने के बाद बुधवार को वे कोर्ट में याचिका लगा सकते है।