भोपाल। भारत में कई ऐसे राज हैं जो आज भी दफन हैं. इसी बीच अब एक खबर यह सामने आ रही है कि ऐतिहासिक नगर ओरछा में बेतवा नदी के उत्तरी किनारे पर जहां 3 महीने पहले घने जंगल के बीच मलबे का बड़ा ढेर था, वहां वैज्ञानिक तरीके से जब साफ-सफाई करने पर लगभग 500 साल पुरानी 22 संरचनाएं मिलीं हैं। 15 एकड़ में फैली ये संरचनाएं छोटे नगर जैसी प्रतीत होती हैं।
साफ-सफाई का काम जनवरी में हुआ था शुरू
बता दें कि यहां छोटे-छोटे महलनुमा आवासों की नींव और ग्राउंड फ्लोर का आधा स्ट्रक्चर साबुत पाया गया है। राज्य पुरातत्व, अभिलेखागार और संग्रहालय संचालनालय सूत्रों के अनुसार जंगल में साफ-सफाई का काम जनवरी से शुरू हुआ था।
पुरातत्ववेत्ता डॉ. रमेश कुमार यादव ने क्या कहा?
इस प्रोजेक्ट को लीड कर रहे पुरातत्ववेत्ता डॉ. रमेश कुमार यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि यहां मलबे के टीले थे, जिन्हें हटाने से नई आर्कियोलॉजिकल साइट मिल गई है। 17 संरचनाओं का साइंटिफिक क्लीयरेंस किया जा चुका है। ओरछा की स्थापना 16-17वीं शताब्दी में बुंदेला राजा भारती चंद द्वारा की गई थी, जिनके वंशज मधुकर शाह द्वारा यहां 17वीं शताब्दी में राम राजा सरकार और विश्व प्रसिद्ध चतुर्भुज मंदिर स्थापित किया गया था।