भोपाल। भाजपा के राष्ट्रिय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बीते कुछ दिन पहले महिलाओं के पहनावे को लेकर एक बयान दिया था. इस बयान को देने के बाद कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. ऐसे में उन्होंने महासचिव कैलाश को एक मानहानी का नोटिस भी भेजा था. लेकिन नोटिस का जवाब अभी तक नहीं मिला है. कांग्रेस नेत्री ने कहा कि नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर 17 अप्रैल को कोर्ट की कार्रवाई की जाएगी।
क्या था मामला?
बता दें कि कुछ दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। इस वीडियो में उन्होंने महिलाओं को लेकर बयान दिया था. उन्होंने बयान दिया था कि मैं आज भी जब घर से बाहर निकलता हूं, तो पढ़े-लिखे नौजवान और बच्चों को इधर-उधर घूमते हुए देखता हूं तो इसे देखकर सच में ऐसा मन करता है कि पांच-सात धर दूं कि उनका सारा नशा उतर जाए। आगे उन्होंने कहा कि हनुमान जयंती पर असत्य नहीं कहूंगा। लड़कियां भी इतने भद्दे कपड़े पहनकर घर से बाहर जाती हैं. महिलाओं को हिन्दू समाज में देवी बोला जाता है। लेकिन उनमें देवी का स्वरूप ही नहीं दिखता। बिल्कुल शूर्पणखा की तरह लगती है। भगवान ने सुंदर शरीर दिया है। जरा अच्छा कपड़ा पहनिए। आप बच्चों को संस्कार दीजिए। मुझे बहुत चिंता है।
सोमवार को हो सकती है कार्रवाही
साक्षी शुक्ला डागा ने कहा कि 8 अप्रैल को जो नोटिस महासचिव विजयवर्गीय को भेजा गया था वह उन्हें परसो डिलीवर हुआ है। नोटिस के मुताबिक उन्हें तीन दिन के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए कहा गया है। लेकिन नोटिस का जवाब अभी नहीं मिला है। इसमें कुछ दिन का समय और दिया जा रहा है। फिलहाल ड्राफ्टिंग का काम किया जा रहा है। ड्राफ्टिंग पूरी होने के बाद सोमवार को कोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी। अगर इससे पहले कुछ जवाब आता है तो उसके अनुसार आगे का प्रोसेस किया जाएगा।