भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज प्रदेश में हुई असमय बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान की समीक्षा की गई। सीएम हाउस में हुई बैठक में सीएस, पीएस रिवेन्यू, पीएस एग्रीकल्चर समेत संबंधित अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सर्वे का काम पूरी ईमानदारी निष्ठा के साथ किया जाए और इसके बाद अगर कोई किसान आपत्ति जताता है तो उसे सुलझाया जाए। साथ ही उन्होने कहा कि सर्वे का काम 25 मार्च तक पूरा कर दिया जाएगा।
सीएम ने समीक्षा बैठक में क्या कहा?
सीएम ने बैठक में बताया कि प्रदेश के 20 जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की जानकारी मिली है। 6 से 8 मार्च में हुई बारिश के दौरान पहले फेस का सर्वे पूरा कर लिया गया है। वहीं दूसरे फेस के सर्वे का आरंभ हो चुका है। उन्होने आगे कहा कि सभी जगह सर्वे दल का गठन किया जा चुका है। सर्वे दल में राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अमले को सम्मिलित किया गया है। वहीं बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार किसान भाई बहनों के साथ हमेशा खड़ी है। पूरी ईमानदारी से सर्वे को पूरा करें और किसी भी प्रकार की कोई गलती की शिकायत न आए।
25 मार्च तक पूरा हो जाएगा सर्वे का कार्य
बैठक में निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि रिवेन्यू, कृषि और पंचायत विकास के अमले को सर्वे में एक साथ सम्मिलित किया जाए। सर्वे पूरा होने के उपरांत सूची को पंचायत के दफ्तर में लगाया जाए। सर्वे होने के बाद किसी किसान की तरफ से अगर कोई भी आपत्ति आती है तो उसका भी समाधान किया जाए। उन्होने कहा कि बीजेपी सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ है। आरबीसी 6-4 के अंतर्गत फसल नुकसान की भरपाई होगी। इस दौरान पशु हानि की भी सूचना मिली है और मध्यप्रदेश सरकार पशु हानि के भी नुकसान का हर्जाना देगी। सीएम ने कहा कि फसल सर्वे का पूरा काम 25 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।