भोपाल: स्कूलों में एडमिशन के लिए आवेदन फॉर्म मिलना शुरू हो गए हैं. अब माता -पिता अपने बच्चों के लिए स्कूलों का चयन करने में बिजी दिख रहे हैं. इस दौरान साइबर अपराधी भी इस मौके का जमकर फायदा उठाने के लिए तैयार हैं. वे फर्जी ऑफलाइन स्टोर से लेकर फर्जी स्कॉलरशिप के नाम […]
भोपाल: स्कूलों में एडमिशन के लिए आवेदन फॉर्म मिलना शुरू हो गए हैं. अब माता -पिता अपने बच्चों के लिए स्कूलों का चयन करने में बिजी दिख रहे हैं. इस दौरान साइबर अपराधी भी इस मौके का जमकर फायदा उठाने के लिए तैयार हैं. वे फर्जी ऑफलाइन स्टोर से लेकर फर्जी स्कॉलरशिप के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए ऐसे ठगी से बचना बेहद जरूरी है. तो आइए जानते हैं इन घोटालों से बचने के तरीकें।
साइबर अपराधी सोशल मीडिया आदि पर स्कूल से संबंधित चीजों पर लुभावने ऑफर वाले ऐड देते हैं। कुछ लोग यह सोचकर, देखकर ऐसी विज्ञापन पर क्लिक कर देते हैं। जिससे बच्चों के लिए स्कूल से संबंधित सामान या बुक्स आदि मंगवाने में मदद मिले। इस तरह वो गलत साइट पर क्लिक कर देते हैं और हैकर्स के लिए उन तक पहुंचना काफी इजी हो जाता है। इसी तरह साइबर स्कैमर लोगों को अपनी जाल में फंसा लेते हैं और उन्हें इन साइटों पर क्लिक करते ही कई स्कैमर्स स्कॉलरशिप, ग्रांट और लोन आदि देने का ऑफर करते हैं। इस दौरान कई लोग उनकी बातों में आ कर बुरी तरह से फंस जाते हैं। जिससे वो आपकी पर्सनल चीजें चुराने की कोशिश करते हैं। ऐसे में यह आपके लिए डेंजरस साबित हो सकता है।
सोशल मीडिया पर दिखने वाले आकर्षक विज्ञापनों के लालच में न आएं।
अगर कोई लोन या स्कॉलरशिप के नाम पर आकर्षक ऑफर दे रहा है तो अपनी जानकारी देने से पहले उसकी पहचान जांच लें।
अनजान लोगों के ईमेल या मैसेज पर क्लिक न करें. इससे आपके डिवाइस में दुर्भावनापूर्ण फ़ाइलें डाउनलोड हो सकती हैं और आपकी निजी जानकारी स्कैमर्स के हाथों में पड़ सकती है।
ऑनलाइन स्टोर से खरीदारी करने से पहले वेबसाइट सत्यापित करें। वेबसाइट का यूआरएल जांचें और उसमें स्पेलिंग की गलती हो तो सतर्क हो जाएं। अगर किसी तरह की कोई फ़्रोडिंग हो तो पुलिस को सूचना दें।